साथ ही प्रस्तुत है इस मौके पर मेरी बेटी चिन्मयी द्वारा बनाई गई चाचा नेहरु की एक तस्वीर ... यह तस्वीर उसके ब्लॉग LITTLE FINGERS पर प्रकाशित की गई है ...
उमंगों के झोकों पर
उड़ती सपनों की पतंगें
पर है थामे हम उनकी
डोर अपने हाथों में
नन्हे मुन्ने हाथों में
बदलेंगे हम दुनिया
हम गढ़ेंगे, हम लिखेंगे
अपने देश का स्वर्णिम
भविष्य अपने हाथों से
नन्हे मुन्ने हाथों से
एकदिन हकिक़त में
बदलेंगे हम सपनों को
देखेगी सारी दुनिया
कमाल अपने हाथों के
नन्हे मुन्ने हाथों के
बहुत बढ़िया भावपूर्ण रचना ....
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।
ReplyDeleteबाल दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.....
बाल दिवस पर
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और विचारणीय रचना
बहुत सुन्दर!
ReplyDeleteसुंदर भावों से सजी रचना. मुझे एक पुराना गीत याद आ गया
ReplyDeleteमेरी आवाज़ सुनो
प्यार का राज़ सुनो
मैंने इक फूल जो सीने पे सजा रखा था
उसके पर्दे में तुम्हें दिल से लगा रखा था
था जुदा सबसे मेरे इश्क़ का अंदाज़ सुनो.
महेंद्र मिश्र जी, संजय भास्कर जी, दीपक जी, निलेश जी, और भूषण जी ... आप सबको मेरा धन्यवाद रचना को सराहने के लिए ...
ReplyDeleteएकदिन हकिक़त में
ReplyDeleteबदलेंगे हम सपनों को
देखेगी सारी दुनिया
yahi hausla hamen mitne nahin deta, jhukne nahin deta ...... yahi hausla kahta hai hum hindustani , hai na ?
दीदी आपने सही कहा ... जितने झंझावातों से हम जूझते रहते हैं ... हिम्मत नहीं हारते ... कहीं तो नीव बहुत मजबूत है तभी जर्जर होकर भी ईमारत नहीं गिरती ...
ReplyDeleteare waah chinmayi ne to bahut hi achhi painting banayi hai ....
ReplyDeleteaur aapki kavita to lajawab hai hi ....
bahut hi khubsurat wichaar hain |
aur haan mere pichhli paheli mein aap teesre sthaan par rahe the..lekin aaj ki paheli mein aap nahi aaye....
बदलेंगे हम दुनिया
ReplyDeleteहम गढ़ेंगेए हम लिखेंगे
अपने देश का स्वर्णिम
भविष्य अपने हाथों से
नन्हे मुन्ने हाथों से
कविता में बच्चों के सपनों और आत्मविश्वास को सुंदर शब्द दिए है आपने।
और हां, चिन्मयी द्वारा बनाया गया चित्र तो कलात्मक है ...शुभकामनाएं।
बहुत सुन्दर रचना । आपकी बेटी ने बहुत अच्छी तस्वीर बनाई है लगता है अपने भविष्य की तस्वीर अभी से बनाने मे जुट गयी है उसे बहुत बहुत आशीर्वाद। बाल दिवस की शुभकामनायें।
ReplyDeleteशेखर सुमन जी, महेंद्र वर्मा जी और निर्मला जी, आप सभीको शुक्रिया कि आपने रचना और चित्र को पसंद किया ...
ReplyDeleteनिर्मलाजी, चिन्मयी को चित्रांकन बहुत पसंद है ...
very nice poem.
ReplyDeleteबिटिया ने सुन्दर चित्र बनायीं है. भावपूर्ण रचना के लिए बधाई एवं आभार.
ReplyDeleteसुन्दर भाव! बिटिया चिन्मयी को सुन्दर चित्रांकन के लिये बधाई!
ReplyDeleteबदलेंगे हम दुनिया
ReplyDeleteहम गढ़ेंगे, हम लिखेंगे
अपने देश का स्वर्णिम
भविष्य अपने हाथों से
नन्हे मुन्ने हाथों से....
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Lovely pic ! and indeed a beautiful creation in addition !
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बहुत सुन्दर..........
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना ...काश ऐसा ही हो ...
ReplyDeleteआमीन.
ReplyDeletekhoobsurat ehsaas hai sail ji!
ReplyDeletedesh ke nachhe humesha hi bhavishya rahe hain desh ka....baal diwas ki shubhkamnayen
ReplyDeleteChinmayi has great potentials. Nice expression!
ReplyDeleteवाह...वाह...वाह...काश जैसा आपने लिखा है वैसा ही हो...बल दिवस अनुपम रचना प्रस्तुत की है आपने...बधाई
ReplyDeleteनीरज
बालदिवस एक अच्छी रचना !!!
ReplyDeleteसैल भाई, बहुत सुंदर कविता लिखी है। बधाई स्वीकारें।
ReplyDelete---------
गायब होने का सूत्र।
क्या आप सच्चे देशभक्त हैं?
बहुत सुंदर बाल कविता लिखी है आपने. बधाई.
ReplyDeleteअरे तस्वीर तो बहुत सुंदर है ..... और कविता भी......
ReplyDeleteचिन्मयी को बहुत बहुत प्यार. मेरे ख्याल से कला में इनको और ज्यदा ध्यान दें ... सुखद भविष्य की कामना है.
बहुत उत्साहित करती रचना. और चित्र बहुत प्यारा है बिटिया की तरह.बधाई.
ReplyDeletebahut achche.
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