जाते जाते एक पोस्ट ... क्यूंकि एक महीना ब्लॉग जगत से दूर रहूँगा । काम के सिलसिले में ऐसी जगह जाना पड़ रहा है जहाँ इंटनेट तो छोड़िये फोन कवरेज भी नहीं है ....
देखिये भूल मत जाइयेगा ... अब एक महीने बाद ही मिलते हैं ....
१
कहने को तो
पर जवाब तुमने,
सिर्फ हाँ या ना
में माँगा था,
इसलिए चुप रहा ।
२
मैंने उससे पुछा
कैसी हो ?
शिकायत भरी नज़रों से,
मेरी तरफ देखकर,
वो कह गई
बहुत कुछ ।
३
दफ्तर से लौटकर,
मैंने उससे पुछा -
‘और बताओ
आज का दिन कैसा गया’
सोयी बच्ची कि तरफ
इशारा करके उसने कहा
शशशह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
चित्र गूगल सर्च से साभार ली गई है !