शिवम मिश्र जी के ब्लॉग "बुरा भला" से एक अच्छी जानकारी मिली कि कल, यानि की १५ मई, शहीद सुखदेव का जन्मदिन है । इत्तफाकन ये दिन मेरा और शिवम मिश्र जी का भी जन्मदिन है ! मुझे यह जानकर बड़ा अच्छा लगा कि मैं अपना जन्मदिन भारत माता के इस सच्चे सपूत सुखदेव के साथ साँझा कर रहा हूँ । अपने देश के लिए लड़ते हुए कितने ही वीर जवान हँसते हँसते मृत्युवरण कर लिए । जीवन उनके लिए तो बस एक बहाना था कुछ कर गुजरने को । कल काफी देर बैठकर जीवन के बारे में, हमारे आज के जीवन के बारे में सोचता रहा । और कुछ ख्यालात को शब्दों में पिरोकर इस कविता में लिख दिया ।
अनवरत सांसें,
प्याज की परतों की तरह
उधड़ता जीवन ।
इसे यूँ ही
परत दर परत,
निकल जाने दो,
बेजा उम्मीदों की धार से
काटने की कोशिश,
आंसूं ही लाएगी ।
सच्चाई की कडवी गोली,
शिष्टाचार की मीठी
चाशनी में डुबोकर,
रिश्तों के पानी के साथ
गटक जाओ ।
ये आईने का प्रदर्शन है;
यहाँ तुम्हे
अपना अक्स ही दिखेगा ।
इस टेलीविज़न का
रिमोट नहीं है,
यहाँ चैनल बदलने के लिए,
आदत के सोफे से
उठना पड़ता है ।
तकलीफों की हवा चलती है,
तो चरित्र के मजबूत
हाथों से,
ऐन्टेना पकड़ कर
रखना है,
ताकि
तस्वीर,
साफ़ दिखती रहे ।
चित्र साभार गूगल सर्च
bahut achchi baatein kahi...ye aaine ka pradarshan hai apna aks hi dikhega...waah...
ReplyDeleteBahut khoob and BELATED HAPPY BIRTHDAY sail ji !
ReplyDeleteजन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं और साथ साथ एक सार्थक पोस्ट की बधाइयाँ !!
ReplyDeleteजन्मदिन कि शुभकामनायें....
ReplyDeleteऔर कविता बहुत सटीक है....जीवन प्याज कि तरह उधड़ता हुआ....बहुत बढ़िया
जीवन प्याज कि तरह उधड़ता हुआ....सुन्दर कविता के माध्यम से गहरी बात कही ...बहुत खूब
ReplyDeletemaaf karana dosti pakki der se kar paya ,,,main samjha ham pahle se dost hai ....
ReplyDeleteआप सबको बहुत बहुत शुक्रिया, आप आये मुझे इतना सारा प्यार मिला, और मेरा उत्साहवर्धन किये ...
ReplyDeleteजन्मदिन की हार्दिक बधाई! आपकी रचना पढ़कर सुखद अनुभूति हुई। उपमाएं बहुत सटीक हैं। प्रखर अविव्यक्ति के लिए साधुवाद!
ReplyDeleteसद्भावी-डॉ० डंडा लखनवी
Bahut,bahut sundar rachna!
ReplyDeleteAlfaaz nahi hain,kya kahun?
ReplyDeleteआपके ब्लॉग पर आने का लाभ यह हुआ कि शहीद सुखदेव के जन्म दिन की जानकारी मिल गयी.(आप तो खैर यह दिन भूल ही नहीं सकते) हत्या, दुर्घटना ,बलात्कार और अन्य चटपटी घटनाओं के समाचार ही इतने हो जाते हैं कि मीडिया शहीदों के जन्म दिन को तवज्जो नहीं दे पाता. कविता के बारे में कहना चाहूंगा कि चरित्र के मजबूत हाथों से एंटेना पकड़ने वाले लोग अब बिरले ही हैं.
ReplyDeletebahut sundar!
ReplyDeleteDer se sahi jnamdin ki hrdik shubkamnayen.rachna sargarvit hai.badhai.
ReplyDeleteआप बहुत ही बढ़िया लिखते है..सुंदर भाव और शब्द भी लाज़वाब....आगे भी पढ़ना चाहूँगा..शुभकामनाएँ
ReplyDeleteबहुत खूब सैल जी .... शशक्त रचना ... आपको जनम दिन बहुत बहुत मुबारक ..... क्रांतिवीर सुखदेव का जनम दिन भी याद कावराने का बहुत शुक्रिया ...
ReplyDeleteindraneel babu...aap ki ab tak jitni bhi rachnayen padhi dekhi hain ..unmne ye sabse zabardast rachna lagi......gussa , slaah , naseehat sab kuch deti hui rachna
ReplyDeleteaur janm din ki badhai bhi sweekar karen meri janib se...
ReplyDeleteआप सभी को अनेक धन्यवाद ! आप सबका प्यार-दुलार का नतीजा है कि भूले-भटके एक-आध शब्द लिख लेता हूँ ...
ReplyDeleteमाफ़ करना मित्र आपको जन्मदिन की शुभकामनाएं ना दे पाया.. अब देता हूँ.. और आप भी आशुकवि निकले वाह. बधाई फिर से..
ReplyDeleteजन्मदिन कि शुभकामनायें
ReplyDeleteजन्मदिन की शुभकामनाएं!
ReplyDeleteशुभकामनाएँ जन्मदिन की । रचना उत्तम ।
ReplyDeleteएक साफ़ सुथरा आईना दिखा गयी ये पोस्ट बधाई
ReplyDeleteबहुत सुंदर, तस्वीर को साफ दिखना भी चाहिए।
ReplyDeleteक्या हमें ब्लॉग संरक्षक की ज़रूरत है?
नारीवाद के विरोध में खाप पंचायतों का वैज्ञानिक अस्त्र।
वाह! उस्ताद बोलिए।
ReplyDeletebahut bahut badhai...janmdin ki...
ReplyDelete-----------------------------------
mere blog par meri nayi kavita,
हाँ मुसलमान हूँ मैं.....
jaroor aayein...
aapki pratikriya ka intzaar rahega...
regards..
http://i555.blogspot.com/
माफ़ करिए इन्द्रनील जी देर से ही सही, आपको जीवन की ढेर सारी खुशियां मिले आपको जन्म दिन की बधाई। बहुत खूबसूरत प्रस्तुति है।
ReplyDeleteमैं काफी देर से आया, क्षमा चाहते हुए जन्म दिवस की बधाई दे रहा हूँ. आप बहुत लकी है इतनी महान आत्मा की जन्म तिथि में आप साझीदार हैं.
ReplyDeleteआपकी कविता मुझे पसंद आई. आपने जो बिम्ब और प्रतीक चुने हैं, वो नए हैं.
क्या कहे "सैल" जी, सर्वप्रथम क्षमा चाहूँगा... नियत समय पर यहाँ आया नहीं.
ReplyDeleteजन्मदिन के बारे में जो जानकारी मिली बहुत ख़ुशी हुई... याद आते रहेंगे.
जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई!!
इस कविता ने जाने कितने पन्नो को छुआ है... मैं अभी क्या टिप्पणी करूँ.
कटिहार टी.वी. स्टेशन और कर्स्यांग टी.वी. स्टेशन नेपाल टी.वी. बहुत कुछ याद आ गए.
बहुत धन्यवाद जी.
बहुत ही सटीक शब्द जीवन की सच्चाई को बयान करता हुआ..... आपका प्रोफाइल पढ़ के और भी अच्छा लगा की आप भी IIT Kgp से हो.
ReplyDeleteसैल जी आपके अनुसार तो मैं न तो बटका, न ही मटका हूँ..... मेरे ख्याल से "फटका" जैसा शब्द थोडा बहुत मुझे describe कर सकता है. मैं अभी 4th year में हूँ, civil engg.में. आपके dept के सामने ही. and illu is still one of the most unforgettable moments of IIT Kgp.....nice to meet u thru this blog.
ReplyDeleteबहुत ख़ूबसूरत और लाजवाब रचना! आपकी लेखनी की जितनी भी तारीफ़ की जाए कम है!
ReplyDeleteआपको जन्मदिन की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!
आपको जन्मदिन की देर से बधाई.
ReplyDeleteऔर फिर देर कहाँ हुआ भाई अभी तो छ: दिन ही तो बीते हैं. हम तो अपना जन्मदिन पूरे साल तक जारी रखते है.
रचना बहुत शानदार है.
जन्म दिन की बधाई.....शिवम् मेरे छोटे भाई जैसा है.....! शिवम् को भी बधाई.....!
ReplyDeleteआपके ब्लॉग को रेगुलर पढता रहता हूँ......"एंटीना पकडे रहिये तस्वीर जरा साफ़ दिखेगी " वाला जुमला खास लगा
अच्छी प्रस्तुति.....ब्लॉग से ताला हटाएँ...आपकी रचना चर्चा मंच पर लेना चाहती हूँ...यदि कल तक हटा लिया तो मंगलवार की चर्चा में ये रचना शामिल होगी
ReplyDeleteसंगीता स्वरुप
आप सबको आपके प्यार और प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद ...
ReplyDelete@ संगीता जी
मैंने ताला हटा लिया है, चर्चे के लिए मेरी रचना चुना गया, शुक्रिया !
कविता के माध्यम से गहरी बात कही ...बहुत खूब
ReplyDeletepata nahi kyun.......is kshob ke peeche jaa mujhe bahut sukh mila..shukriya ise likhne ka
ReplyDeleteAur haan der se hi sahi, badhayee sweekarein
मैं अभी अभी आप के ब्लॉग पर आया हूँ, बहुत प्रसंता हुई, इस प्रकार लिखते रहो आप का नया दोस्त राजेंद्र सिंह कुंवर 'फरियादी'
ReplyDelete