सीधी बात है कहने दो !
जो जैसा है रहने दो !!
ज़ब्त हम में है बहुत !
हर सितम को सहने दो !!
बेरहम जज़्बात के !
अब शहर को ढहने दो !!
हाथ-पैर जकड़े हुए !
कुछ जुबां से कहने दो !!
मोहलत से आये बड़ी !
अश्कों को अब बहने दो !!
दिल में मुहब्बत नहीं !
‘सैल’ तकल्लुफ रहने दो !!
chhoti par achhi hai
ReplyDeletedhnyavad
http://sanjaykuamr.blogspot.com/
Behad sundar...saral shabd..aur seedhi baat!
ReplyDeleteमोहलत से आये अश्को को बहाकर जाया न कीजिये
ReplyDeleteसुन्दर रचना
हमेशा की तरह बहुत खूबसूरत रचना, सीधे दिल से निकली हुई।
ReplyDeleteआभार।
सुन्दर रचना
ReplyDeleteseedhi, sachchi, saral betook bat.
ReplyDeletesundar rachnatmak prayas
दिल में मुहब्बत नहीं...
ReplyDeleteसैल तकल्लुफ रहने दो....
बहुत अच्छी प्रस्तुति...सुन्दर ग़ज़ल
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDeletegagar me sagar bhar rahe hain sirji...bahut khoob...
ReplyDeleteसुन्दर भावाभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत खूब । एक संवेदनशील रचना । दिल को छू जाने वाली ।
ReplyDeletepehali baar blog par aayee hoon bahut achhi lagee gazal badhaaI aur shubhakamanayen
ReplyDeleteनिर्मलाजी आप हमेशा आती रहे ... सभी से अनुरोध है कि आपसब आते रहे ... हौसला अफजाही करतें रहे ...
ReplyDeletebahut hi achhi rachna....aap yun hi likhte rahein....
ReplyDeleteaapko padhna achha laga....
regards
http://i555.blogspot.com/
waah.....bahut hi badhiyaa
ReplyDeleteजज्बात जिन्दगी के तूफानों में भा गई सादगी ! आपका काम बहुत अच्छा है ! बधाई !
ReplyDeleteवाह!सुन्दर अभिव्यक्ति!
ReplyDeleteसीधे साढ़े अंदाज़ में बहुत गहरी बात कह दी है आपने ... छोटे छोटे शेरों के लाजवाब ग़ज़ल गूँथी है आपने ...
ReplyDeleteबात हमेशा वो ही अच्छी है जो सीधी कही जाए और आपकी बात तो सीधी के साथ दिल को भी छू गयी
ReplyDeletebahut khoob
ReplyDeleteshail bhai , aap ke blog pe aana ka pehle dafha soubhagya mila chte behar ki acchi gazal ke liye aap ko sadhuwad,
aakharkalash.blogspot.com
बात सीधी कही जा सकती है और असरदार ढंग से भी । यह आपने दिखा दिया।
ReplyDeleteबधाई
Bahot khub sail ji.....
ReplyDeleteबहुत बेहतरीन!
ReplyDeletebahut badhiya hai ji...
ReplyDeletekunwar ji,
सहज तरीके से कह दी , प्रशंसनीय ।
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण रचना! दिल को छू गयी हर एक पंक्तियाँ! लाजवाब!
ReplyDeleteदिल में मुहब्बत नहीं !
ReplyDelete‘सैल’ तकल्लुफ रहने दो !
दिल की गहराइयों से लिखी गयी बहुत सुंदर रचना ....!!
ह्र्दय से निकली सुन्दर अभिव्यक्ति्…..….
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