Indranil Bhattacharjee "सैल"

दुनियादारी से ज्यादा राबता कभी न था !
जज्बात के सहारे ये ज़िन्दगी कर ली तमाम !!

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May 8, 2011

मैं भी प्यार करता हूँ माँ


अपनी माँ के लिए मेरी बेटी द्वारा बनाई गई कलाकृति (उस पोस्ट पे जाने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मैं भी प्यार करता हूँ माँ
नहीं दिखा पाता हूँ
मैं भी करता हूँ परवाह
नहीं बता पाता हूँ

कितने अच्छे थे वो दिन
जब तू लोरी सुनाती थी
अपनी गोदी में बिठाकर
प्यार से खाना खिलाती थी 

तेरी ममता के छांव में 
निश्चिन्त मैं पला बड़ा 
तुने बनाया इस लायक 
हूँ अपने पैरों पर खड़ा

पास तू नहीं है फिर भी 
सर पर तेरा आशीष है
तपते जीवन में तेरी 
स्नेह-ममता की बारिश है

28 comments:

  1. तेरी ममता के छांव में
    निश्चिन्त मैं पला बड़ा
    तुने बनाया इस लायक
    हूँ अपने पैरों पर खड़ा

    बहुत ही खूबसूरत शब्द दिए हैं आपने.

    सादर

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  2. पास तू नहीं है फिर भी
    सर पर तेरा आशीष है
    तपते जीवन में तेरी
    स्नेह-ममता की बारिश है.

    बहुत खूबसूरत रचना. माँ का आशीष है ही ऐसा. शुभकामनायें.

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  3. भगवान राम ने शिव-धनुष तोंड़ा, सचिन ने क्रिकेट में रिकार्ड तोड़ा, अन्ना हजारे ने अनशन तोड़ा, प्रदर्शन-कारियों रेलवे-ट्रैक तोड़ा, विकास-प्राधिकरण ने झुग्गी झोपड़ियों को तोड़ा। तोड़ा-तोड़ी की परंपरा हमारे देश में पुरानी है। आपने कुछ तोड़ा नहीं अपितु माँ की ममता से समाज को जोड़ा है। इस करुणा और ममता को बनाए रखिए। यह जीवन की पतवार है। आपकी रचना का यही सार है। साधुवाद!
    =====================
    सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी

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  4. माँ को याद करती एक खूबसूरत कविता ...शुभकामनायें आपको !

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  5. Sach! Kabhee nahee lautte wo guzare zamane! Bahut sundar rachana!

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  6. बहुत खूबसूरत रचना, शुभकामनायें...........

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  7. सुन्दर कृतियाँ! पिता पुत्री दोनों ही कलाकार हैं। मदर्स डे की शुभकामनायें!

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  8. तपते जीवन में तेरी
    स्नेह-ममता की बारिश है

    बहुत ही सुन्दर

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  9. @ संगीता जी, यशवंत, रचनाजी, शिवम जी, सतीशजी, क्षमा जी, सुनील जी, अनुराग जी, और anonymous
    आप सबको धन्यवाद !

    @ डॉक्टर लखनवी जी,
    आपको अनेक धन्यवाद जो आपने रचना को सराहा, दरअसल माँ की ममता ही एक ऐसी चीज़ है जो हमें बचपन से प्रेम और स्नेह करना सिखाती है ... हमें इंसान बनाती है ...

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  10. मैं भी प्यार करता हूँ माँ
    नहीं दिखा पाता हूँ
    मैं भी करता हूँ परवाह
    नहीं बता पाता हूँ
    ...
    hmmm kai bachche aisi vivashta me hote hain per maa ko to ehsaas hona hi chahiye , wah to dhadkanon se judi hoti hai, her vivashtaaon ko samajhti hai

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  11. aur chitra behad pyaara laga , bitiya ko pyaar

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  12. दीदी, आपको बहुत सारा धन्यवाद !
    दीदी भी तो माता समान होती है ... आपका प्यार पाके अच्छा लगता है !

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  13. Hmmm bata pana sabke vash me nahi hota... bade ho k himmat nahi rehti waise mujhe to bachpan se nahi aata...khair.. sundar kavita :)

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  14. बहुत संदर, मां के प्रति समर्पित भावनाएं।

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  15. पास तू नहीं है फिर भी
    सर पर तेरा आशीष है
    तपते जीवन में तेरी
    स्नेह-ममता की बारिश है...

    नील जी , भावुक कर दिया आपने। माँ की यादें बहुत तडपाती हैं अक्सर।

    .

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  16. माँ से बड़ा कोई नहीं हो सकता. mothers day ki badhai.

    मेरे ब्लॉग पर स्वागत है
    दुनाली

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  17. माँ की ममता तो हमेशा साथ रहती है ... सुंदर रचना ... माँ से बड़ा कोई नहीं ...

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  18. निश्चय ही माँ का आशीष सबसे बड़ा हथियार होता है.

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  19. मैं भी प्यार करता हूँ माँ
    नहीं दिखा पाता हूँ
    मैं भी करता हूँ परवाह
    नहीं बता पाता हूँ


    कितने अच्छे थे वो दिन
    जब तू लोरी सुनाती थी
    अपनी गोदी में बिठाकर
    प्यार से खाना खिलाती थी


    तेरी ममता के छांव में
    निश्चिन्त मैं पला बढा
    तुने बनाया इस लायक
    हूँ अपने पैरों पर खरा


    पास तू नहीं है फिर भी
    सर पर तेरा आशीष है
    तपते जीवन में तेरी
    स्नेह-ममता की बारिश है

    bahut pyaari rachna...

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  20. @ मोनाली जी, मनोज जी, दिव्या जी, मलखान जी, नासवा जी,
    आप सभी का आभार आप लोगों ने रचना को सराहा

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  21. @ निशांत और विजय जी, आप दोनों को धन्यवाद !

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  22. तेरी ममता के छांव में
    निश्चिन्त मैं पला बड़ा
    तुने बनाया इस लायक
    हूँ अपने पैरों पर खड़ा...
    बिल्कुल सही ! बहुत सुन्दर और भावपूर्ण रचना लिखा है आपने! माँ के बारे में जितना भी कहा जाए कम है!

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  23. माँ
    सिर्फ एक शब्द नहीं है
    इक भावना है
    और इस पावन भावना से जुड़े रहना
    सच में पुन्य का काम है
    आभार स्वीकारें .

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  24. bahut sundar...maa se badhkar bhla kaun.....

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  25. bahut khoob ...bahut achhi rachna..maa ki barabari koi nahi kar sakta ..vo sabse upr hai...

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  26. @ बबली जी, दानिश जी, मानव जी और सुमन जी,
    आप सबको बहुत बहुत शुक्रिया !

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