कभी छोटा,
कभी बड़ा,
कालखंडो में बंटा
मानव इतिहास,
मानव जीवन ।
जैसे पन्नों में बंटी
किताब ।
अब मौका है
कि पन्ना पलटो,
और लिखना शुरू करो
नए पन्ने पर ।
कुछ नए शब्द,
नई भाषा,
शायद पाठक भी नए हो !
एक अंत ही
एक शुरुआत है ।
मुहूर्त, पहर, दिन, महीना, साल
में बंटा जीवन,
को जीते हैं ।
मनाते हैं आरंभ की खुशी
भूल कर अंत का गम ।
सबसे कहते हैं
मुबारक हो आपको
२०११ ।
नव वर्ष की आपको और आपके पूरे परिवार को हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति..........नये वर्ष २०११ की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर शब्द रचना ...नववर्ष की शुभकामनायें ।
ReplyDeletelaazwaab rahi rachna ,nav barsh ki badhiyaan .
ReplyDeleteबेहतरीन!अभिव्यक्ति
ReplyDeleteआप को सपरिवार नववर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएं .
सादर
नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएं...साल का शुभारंभ बेहद खूबसूरत कविता से किया है आपने...बधाई..
ReplyDeleteनीरज
नववर्ष मुबारक हो आपको एवं आपके परिवार के लिए
ReplyDeleteसुखकर एवं मंगलकारी हो...
।।शुभकामनाएं के साथ ।।
"बहुत प्यारा सफ़र रहा 2010 का
अपना साथ 2011 मे भी बनाए रखना"
आपका सवाई
बेहतरीन कविता....
ReplyDeleteनया साल मुबारक हो...
अब मौका है
ReplyDeleteकि पन्ना पलटो,
और लिखना शुरू करो
नए पन्ने पर
आज पहला पन्ना खुला हुआ है.अब बातों का सिलसिला बंद करके जल्दी से लिखना शुरू करिये.वरना एक पेज कोरा चला जायेगा.
नए साल की हार्दिक शुभकामनायें.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ...जीवन जैसे किताब ..पन्ने दर पन्ने भरते ही जाते हैं ..नए सफे पर कुछ नया रचने की प्रेरणा ...
ReplyDeleteनव वर्ष की शुभकामनाएं
खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.
ReplyDeleteअनगिन आशीषों के आलोकवृ्त में
तय हो सफ़र इस नए बरस का
प्रभु के अनुग्रह के परिमल से
सुवासित हो हर पल जीवन का
मंगलमय कल्याणकारी नव वर्ष
करे आशीष वृ्ष्टि सुख समृद्धि
शांति उल्लास की
आप पर और आपके प्रियजनो पर.
आप को सपरिवार नव वर्ष २०११ की ढेरों शुभकामनाएं.
सादर,
डोरोथी.
अत्यंत ही सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteनव वर्ष मंगलमय हो, आपके जीवन को नए आयाम दे
ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत रहेगा
http://arvindjangid.blogspot.com/
आपको तथा आपके परिवार के सभी जनों को वर्ष २०११ मंगलमय,सुखद तथा उन्नत्तिकारक हो.
ReplyDeleteसुंदर अभिव्यक्ति...नव वर्ष मंगलमय हो...
ReplyDeleteसुंदर चिंतन-नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeletebahot sunder.
ReplyDeletewaakai her ant hi shuruaat hai...
ReplyDeleteNaya saal bahut,bahut mubarak ho!
ReplyDeleteआपको भी हो बहुत मुबारक नव वर्ष का यह उपहार !
ReplyDeleteबिलकुल सही कहा। अच्छी रचना के लिये बधाई। आपको और आपके पूरे परिवार को नये साल की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteमानव जीवन ।
ReplyDeleteजैसे पन्नों में बंटी
किताब ।
अब मौका है
कि पन्ना पलटो,
और लिखना शुरू करो
नए पन्ने पर ।
कुछ नए शब्द,
नई भाषा,
ज़िंदगी का एक वर्ष व्यतीत करना एक पन्ना पलटना ही तो है।
बहुत गहरी बात को अनूठे शब्द दिए हैं आपने।
सुन्दर सोच और सुन्दर कविता , नए साल की शुभकामनाये .
ReplyDeletenaye saal ki hardik shubhkamnaye.
ReplyDeletesail bhai naya saal aapke jeevan mein khushiyaan le ke aaye!
ReplyDeleteपूर्वालोकन और भविष्य की आशा .... यही तो जीवन है ...
ReplyDeleteसार्थक रचना है ... आपको नव वर्ष बहुत बहुत मंगलमय हो ...
बहुत सुंदर रचना और नए साल की शुरूआत का अंदाज़. लगता है इस साल की घड़ी को आपने अति fast mode में डाल दिया है :))
ReplyDelete@ भूषण जी,
ReplyDeleteसमय अति तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है ... मानव जीवन क्षण मात्र का है ...
सैल भाई, यह खुशियां यूं ही कायम रहें, यही कामना है।
ReplyDelete---------
मिल गया खुशियों का ठिकाना।
बहुत अच्छी रचना
ReplyDeleteआपको भी नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं.
आप और आपके परिवार को नववर्ष की मंगल कामना!
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना. लेकिन एक समस्या है. आपके ब्लॉग में कमेन्ट बॉक्स में कलर मेचिंग सही नहीं है. कमेन्ट करने वालो का नाम नज़र ही नहीं आता है. और पोस्ट के नीचे लिखे कमेन्ट भी नहीं दिखते.
ReplyDeleteसंजय जी, लीजिए मैंने रंगों में काफी फेरबदल किया है ... वैसे पहले भी दिख रहा था पर अब और बेहतर दिख रहा है और सब कुछ साफ़ नज़र आ रहा है ... उम्मीद है पढ़ने की समस्या सुलझ जायेगी ...
ReplyDeleteबेहतरीन!अभिव्यक्ति
ReplyDeleteसच ये तीन सौ पैंसठ पन्ने कब भर गए पता ही नहीं. चला आओ मिल कर इसे सहेजें. नए साल की शुभकामनाये
सुन्दर रचना
ReplyDeleteनया साल मुबारक हो